इटावा/जसवंतनगर: मैनपुरी में गई बारात नशे में धुत दूल्हे ने जयमाल में बरसाईं गालियां

 संवाददाता: एम.एस वर्मा,चीफ एडिटर, 6397329270

मनोज कुमार

जसवंतनगर थाना के ग्राम शाहजहांपुर से मैनपुरी गई बारात नशे में धुत दूल्हे ने जयमाल में बरसाईं गालियां, दुल्हन ने किया शादी से इनकार बिना दुल्हन लौटा दूल्हा।

मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां जयमाल की रस्म के दौरान नशे में धुत दूल्हे ने दुल्हन को गालियां दे दीं। दूल्हे की इस शर्मनाक हरकत से नाराज होकर दुल्हन ने तत्काल शादी से इनकार कर दिया, जिसके बाद शादी के मंडप में हंगामा मच गया। मामला इतना बढ़ गया कि आखिरकार बारात को बिना दुल्हन के ही वापस लौटना पड़ा।

यह घटना कुसमरा चौकी क्षेत्र के गांव बसंतपुर में हुई। इटावा जिले के जसवंतनगर थाना क्षेत्र के ग्राम शाहजहांपुर से आमोद अपनी बारात लेकर बसंतपुर निवासी मास्टर जी के घर पहुंचा था। दुल्हन बनी डॉली और उसके परिवार ने बारात का भव्य स्वागत किया। बारातियों ने नाच-गाने के साथ खुशी-खुशी गांव में प्रवेश किया।

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द्वारचार की रस्म पारंपरिक तरीके से संपन्न हुई, जिसके बाद दूल्हा आमोद जयमाला के लिए स्टेज पर पहुंचा। लेकिन जैसे ही वरमाला का कार्यक्रम शुरू होने वाला था, वहां अप्रत्याशित ड्रामा शुरू हो गया। दुल्हन डॉली ने आरोप लगाया कि दूल्हा शराब के नशे में बुरी तरह से धुत था और उसने स्टेज पर ही उसे भद्दी गालियां दीं।

दूल्हे के इस अभद्र व्यवहार को देखकर दुल्हन आगबबूला हो गई और उसने तत्काल शादी करने से साफ इनकार कर दिया। दुल्हन के परिजनों ने भी दूल्हे की नशे की हालत और उसके द्वारा की गई गाली-गलौज पर कड़ी आपत्ति जताई। उनका कहना था कि दूल्हे को देखकर ही लग रहा था कि वह नशे में है, उसकी चाल भी ठीक नहीं थी और उसकी बातों से भी नशे की बू आ रही थी। ऐसे व्यक्ति के साथ उनकी बेटी का भविष्य सुरक्षित नहीं रह सकता।

दुल्हन के शादी से इनकार करते ही बारातियों में हड़कंप मच गया। खुशी का माहौल पल भर में तनाव और विवाद में बदल गया। दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए और तीखी बहस शुरू हो गई। मामले को शांत करने के लिए गांव के बड़े-बुजुर्गों ने हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया। काफी देर तक पंचायत चली, लेकिन दुल्हन अपने फैसले पर अडिग रही और शादी करने के लिए किसी भी कीमत पर तैयार नहीं हुई।

अंततः, मामले को पुलिस तक ले जाया गया। किशनी थाने में भी दोनों पक्षों को बुलाया गया और उन्हें समझाने की कोशिश की गई। हालांकि, दुल्हन ने अपनी बात पर जोर दिया कि वह ऐसे व्यक्ति से शादी नहीं कर सकती जो अपनी ही शादी में शराब पीकर आया हो और उसे गाली दे। उसने कहा कि जो व्यक्ति आज इस तरह का व्यवहार कर सकता है, वह भविष्य में उसके साथ कैसा सलूक करेगा, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। लड़की के घरवालों ने भी अपनी बेटी के फैसले का समर्थन किया और शादी करने से इनकार कर दिया।

दुल्हन पक्ष ने दूल्हा पक्ष पर घटिया आभूषण और कपड़े लाने का भी आरोप लगाया। दुल्हन की मां गुड्डी देवी ने बताया कि उन्होंने दूल्हे पक्ष की सभी मांगों को पूरा किया था, लेकिन दूल्हा पक्ष जो सोने-चांदी के आभूषण और कपड़े लेकर आया था, वे नकली और निम्न गुणवत्ता वाले थे। उन्होंने यह भी कहा कि जब उन्होंने दूल्हे द्वारा लाए गए आभूषणों पर आपत्ति जताई, तो दूल्हे के परिवार वाले उनके द्वारा दिए गए असली आभूषणों को भी नकली बताने लगे। गुड्डी देवी ने स्पष्ट रूप से कहा कि उनकी बेटी और उन्होंने मिलकर यह फैसला किया है कि वे उस घर में अपनी बेटी की शादी नहीं करेंगे, जहां लड़के का व्यवहार इतना आपत्तिजनक हो और जहां दहेज को लेकर इस तरह की नीची हरकत की जाए।

आखिरकार, घंटों की गहमागहमी और पंचायत के बाद भी जब कोई समाधान नहीं निकला, तो दूल्हा आमोद अपनी बारात लेकर बिना दुल्हन के ही खाली हाथ वापस लौट गया। इस घटना से दोनों पक्षों के परिवारों और गांव में निराशा का माहौल है। हालांकि, खबर लिखे जाने तक दोनों पक्षों में से किसी ने भी पुलिस में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है।